Sahil writer

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सुख दुख

सुख दुख जीवन का खेला है 
ज़िन्दगी का ये ही झमेला है 

सुख का ज़िन्दगी मे ज्यादा दिन नहीं बसेरा है 
दुख की छाया तो परछाई बन कर बड़ी सताती है 

 साहिल राइटर ✍️✍️




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